My Hindi/Urdu translation of ‘Rain’, by Tu Fu
बारिश सड़कें अभी चमकने नहीं लगीं, हल्की बारिश, टूटे हुए बादल विरले होने के बाद स्याह होने लगते हैं। जहाँ वह बहकर जाते हैं, जामुनी चट्टानें स्याह हो जाती हैं। उस पार उड़ती हुई सफ़ेद चिड़ियाँ शोलों जैसी लगती हैं। ठंडे दरिया और बारिश की जानी पहचानी आवाज़ें, पतझड़ का सूरज बनाता है सीली परछाइयाँ। नीचे हमारा झाड़-झंखाड़ का फाटक, बाहर गांव की मिल में सूखने गये: सुर्ख़ चावल, आधे गीले और ख़ुशबूदार। (The English translation from the Chinese) Roads…