My Hindi/Urdu translation of Amy Lowell’s ‘Poetry’
उस दुकान के ऊपर जहाँ रेशम बिकता है अभी भी अज़दहा पतंगें उड़ रही हैं। (The Original) Over the shop where silk is soldStill the dragon kites are flying.
उस दुकान के ऊपर जहाँ रेशम बिकता है अभी भी अज़दहा पतंगें उड़ रही हैं। (The Original) Over the shop where silk is soldStill the dragon kites are flying.
सरायखाना मैं रखूंगी एक छोटा सरायखाना ऊँची पहाड़ी की चोटी के नीचे, जहां सब भूरी आँखों वाले लोग थकावट उतारेंगे और आराम करेंगे। वहां बहुत सी प्लेटें होंगी, और मग ठंड को पिघलाने के लिये जो लगती होगी उन सब भूरी आँखों वालों को पहाड़ी पर होने से। वहाँ राहगीर सोयेगा गहरी नींद, और ख्वाब देखेगा सफ़र खत्म होने का, लेकिन मैं उठ जाऊँगी आधी रात को बुझती आग की सुध लेने। हाँ, यह एक अनोखी ख़्वाहिश है– पर वो…
गुज़रा ज़माना सामने वाले दरवाज़े को जाती पुरानी लकड़ी की सीढ़ियां जहां मैं बैठी थी उस पतझड़ की सुबह जब तुम सीढियों से नीचे उतरे थे, तभी सोते से उठकर, और तुम्हें देखते ही मेरी खुशी (सुनहरे दिन की तरफ़ निकलती हुई– ओस करीब करीब पाला) ने खींचकर खड़ा कर दिया था ये कहने को कि मुझे तुमसे कितनी मुहब्बत है: वो लकड़ी की सीढ़ियाँ अब चली गयीं, सड़ गयीं बदली गयीं ग्रेनाइट से, मज़बूत, सुरमई, और खूबसूरत। पुरानी सीढ़ियाँ…