My Hindi/Urdu translation of Kimberly Blaeser’s “What they did by Lamplight”
लैंप की रौशनी में उन्होंने चावल साफ़ किये, हाथ से सिलाई की पाई बनाईं, धुनें बजाईं जीन्स पर पैबंद लगाए, पासे हिलाए मछली साफ़ की, सिगरटों के रोल बनाए “द फारमर” रिसाले को पढ़ा गलीचे बुने, जालों को रफ़ू किया, कहानियाँ सुनाईं चिट्ठियां लिखीं, माला बनाई, रजाइयों के चौक काटे स्वाम्प टी उबाली, बच्चे जने। जुराबों के टाँके भरे,आलू छीले, कॉफी पी ताश फेंटे, बाल काटे, टमाटरों को डब्बों में हिफाज़त से भरा आटा छाना, मोती पिरोए, गिरजे के गाने…